View Larger Map
श्री गणेशाय नमः !
यहाँ पर हमें एक विषय भी मिल गया – बेरोज़गारी
आप सभी इस शब्द को भली भांति जानते हैं की इसका मतलब होता है –लोगों के पास हाथ तो हैं पर काम नहीं , योग्यता तो है पर नौकरी नहीं या उनकी योग्यता के अनुरूप काम नहीं .
दिन बा दिन ये समस्या बढती जा रही है, और हर रोज़ हजारों युवक और युवतियां नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं , आंकड़ो की माने तो 2030 तक हमारे देश में बेरोजगारों का प्रतिशत 30% तक पहुँच जायेगा . कुछ समय पहले एक सुर्वे के मुताबिक भारत में 70% लोग रोजाना 100 रूपये से कम में गुज़र बसर करते हैं .
इश्वर से प्रार्थना है की इस नए साल में , कोई भी युवक / युवती बेरोजगार ना रहे , कोई भी पेट भूखा ना रहे , कोई भी लड़की सड़क पर ….. , कोई भी समाज केवल प्रेम करने पर , कोई भी बच्ची अपनी माँ के पेट में ………………………….
और भी बहुत सारे कोई भी ———– कोई भी ……..….………
धन्यवाद् !
बेद प्रसाद साहू
___________________________________________________________________________
शिक्षाकर्मी
छत्तीसगढ़ शिक्षाकर्मी भर्तीयों में हो रही देरी की वजह से हजारों लोगों को अपनी अधिकतम उम्र सीमा से हाथ धोना पड़ सकता है। हजारों कि संख्या में TET परीक्षा पास किए लोग हमेंशा एक आश बनाये हुए हैं कि शायद छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग शिक्षक भर्ती निकालें। छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की कमीं को देखते हुए अभी भी हजारों कि संख्या में शिक्षकों की भर्ती होना बाकी है। शिक्षा विभाग द्वारा हजारों की संख्या में शिक्षकों को पदोन्नति दिया गया है, एवं अभी भी कई जिला पंचायतों में पदोन्नति का कार्य प्रगति पर है। शिक्षकों की पदोन्नति जिस पद से हुई उनका पद तो रिक्त होना तय है। अगर समय रहते शिक्षकों कि भर्ती प्रक्रिया नहीं हुई तो स्कूलों पर पढ़ाई का सीधा असर बच्चों पर तो पड़ेगा ही, साथ ही साथ उन बेरोजगारों पर भी भयानक असर पड़ेगा जिनका उम्र आखरी पड़ाव पर है एवं बेरोजगार शिक्षक बनने का आस लगाए हुए हैं। अतः शिक्षा विभाग को शिक्षकों की पूर्ति के लिए अभी से भर्त्ती प्रक्रिया प्रारम्भ कर बेरोजगारों को अवसर देकर भविष्य में होने वाली शिक्षकों कि कमी को पूर्ति करना चाहिए। पुरे भारत में विभिन्न विभागों द्वारा भर्तीयों का दौर चल रहा है। छत्तीसगढ़ के विभिन्न विभागों द्वारा भी भर्ती विज्ञापन प्रकाशित किया जा रहा है। मगर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया सुसुप्त अवस्था में है। नया शिक्षा सत्र प्रारम्भ से जागेंगे तो सत्र समाप्त होने तक चलते रहेगा। भर्तीयों के बीच में कभी नियम, कभी चुनाव तो कभी विभागीय अड़चन के चलते बेरोजगार अपनी उम्र का पड़ाव गवां रहे होंगे।
श्रीगुरू चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनउँ रघुबर बिमल जाहु, जो दायकु फल चारि।।
बरनउँ रघुबर बिमल जाहु, जो दायकु फल चारि।।
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, ह्रदय बसहु सुर भूप।।
राम लखन सीता सहित, ह्रदय बसहु सुर भूप।।
आदिदेव नमस्तुभ्यं सप्तसप्ते दिवाकर!
त्वं रवे तारय स्वास्मानस्मात्संसार सागरात!!यहाँ पर हमें एक विषय भी मिल गया – बेरोज़गारी
आप सभी इस शब्द को भली भांति जानते हैं की इसका मतलब होता है –लोगों के पास हाथ तो हैं पर काम नहीं , योग्यता तो है पर नौकरी नहीं या उनकी योग्यता के अनुरूप काम नहीं .
दिन बा दिन ये समस्या बढती जा रही है, और हर रोज़ हजारों युवक और युवतियां नौकरी की तलाश में भटक रहे हैं , आंकड़ो की माने तो 2030 तक हमारे देश में बेरोजगारों का प्रतिशत 30% तक पहुँच जायेगा . कुछ समय पहले एक सुर्वे के मुताबिक भारत में 70% लोग रोजाना 100 रूपये से कम में गुज़र बसर करते हैं .
इश्वर से प्रार्थना है की इस नए साल में , कोई भी युवक / युवती बेरोजगार ना रहे , कोई भी पेट भूखा ना रहे , कोई भी लड़की सड़क पर ….. , कोई भी समाज केवल प्रेम करने पर , कोई भी बच्ची अपनी माँ के पेट में ………………………….
और भी बहुत सारे कोई भी ———– कोई भी ……..….………
धन्यवाद् !
बेद प्रसाद साहू
___________________________________________________________________________
शिक्षाकर्मी
छत्तीसगढ़ शिक्षाकर्मी भर्तीयों में हो रही देरी की वजह से हजारों लोगों को अपनी अधिकतम उम्र सीमा से हाथ धोना पड़ सकता है। हजारों कि संख्या में TET परीक्षा पास किए लोग हमेंशा एक आश बनाये हुए हैं कि शायद छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग शिक्षक भर्ती निकालें। छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की कमीं को देखते हुए अभी भी हजारों कि संख्या में शिक्षकों की भर्ती होना बाकी है। शिक्षा विभाग द्वारा हजारों की संख्या में शिक्षकों को पदोन्नति दिया गया है, एवं अभी भी कई जिला पंचायतों में पदोन्नति का कार्य प्रगति पर है। शिक्षकों की पदोन्नति जिस पद से हुई उनका पद तो रिक्त होना तय है। अगर समय रहते शिक्षकों कि भर्ती प्रक्रिया नहीं हुई तो स्कूलों पर पढ़ाई का सीधा असर बच्चों पर तो पड़ेगा ही, साथ ही साथ उन बेरोजगारों पर भी भयानक असर पड़ेगा जिनका उम्र आखरी पड़ाव पर है एवं बेरोजगार शिक्षक बनने का आस लगाए हुए हैं। अतः शिक्षा विभाग को शिक्षकों की पूर्ति के लिए अभी से भर्त्ती प्रक्रिया प्रारम्भ कर बेरोजगारों को अवसर देकर भविष्य में होने वाली शिक्षकों कि कमी को पूर्ति करना चाहिए। पुरे भारत में विभिन्न विभागों द्वारा भर्तीयों का दौर चल रहा है। छत्तीसगढ़ के विभिन्न विभागों द्वारा भी भर्ती विज्ञापन प्रकाशित किया जा रहा है। मगर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया सुसुप्त अवस्था में है। नया शिक्षा सत्र प्रारम्भ से जागेंगे तो सत्र समाप्त होने तक चलते रहेगा। भर्तीयों के बीच में कभी नियम, कभी चुनाव तो कभी विभागीय अड़चन के चलते बेरोजगार अपनी उम्र का पड़ाव गवां रहे होंगे।